सचिन पॉयलट के आगमन पर चेहरा दिखाने के लिए कांग्रेस के कागजी नेताओं में मची होड़,भाजपा रायगढ़ सहित छग की सभी 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतेगी
रायगढ़ 3 फरवरी। रायगढ़ में कांग्रेसियों का उत्साह सिर्फ उसके बड़े नेताओं के आगमन होने पर नेता के सामने अपना चेहरा दिखाने तक सीमित रहता है और वे अपनी पूरी ऊर्जा नेता को अपना चेहरा दिखाने के लिए झोंक देते हैं । लेकिन जब जमीन पर काम करने का समय आता है तो यही कांग्रेसी सुप्तावस्था में चले जाते हैं । छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलट ,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कल 2 फरवरी को जब रायगढ़ आगमन हुआ तो ऐसा ही दृश्य दृष्टिगोचर हुआ जिसमें जमीन पर काम करने वाले कार्यकर्ता नेपथ्य में धकेल दिए गए और चेहरा चमकाऊ लोग आगे दिखाई दिए ये लोग झारसुगुड़ा से ही मोर्चेबन्दी कर लिए थे ।
रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा क्षेत्रों में से चार पर भाजपा का तो चार सीट पर कांग्रेस का कब्जा है इस तरह कागज पर रायगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच काँटे का संघर्ष दिखता है लेकिन हकीकत इसके विपरीत है और भाजपा कांग्रेसियों के आपसी सिर फुटौव्वल के कारण बड़ी आसानी के साथ आठ में से छै विधानसभा सीटों पर बढ़त बनाकर रायगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव जीत जाएगी । रायगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा को जीत दिलाने के लिए रायगढ़ विधानसभा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी । 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा चुनाव जीत गई थी जबकि उस समय सभी आठों विधानसभा पर कांग्रेस का कब्जा था और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार भी थी ।
भाजपा जिस तेजी से अपने चुनावी वायदों को पूरा कर रही है उससे तो यही लगता है कि भाजपा रायगढ़ सहित छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर कब्जा करेगी । उसके सामने उम्मीदवार को लेकर कोई संकट नहीं है जबके इसके विपरीत कांग्रेस के सामने सबसे बड़ा संकट उम्मीदवार का चयन है ।
राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा के रायगढ़ से गुजरने का कोई भी असर रायगढ़ लोकसभा में कांग्रेस की सेहत पर नही पड़ने वाला है ।रायगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा दो लाख से भी अधिक वोट से जीतेगी और कांग्रेस को रायगढ़ विधानसभा में 50 हजार वोट भी मिल जाये तो यही उसकी उपलब्धि होगी
रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव में उसके कार्यकर्ता हैं ,ब्लॉक लेबिल पर संगठन है इसके बावजूद विडम्बना यह है कि कांग्रेस के पास ऐसा कोई उम्मीदवार दिखाई नहीं देता है जिसकी पहचान पूरे लोकसभा क्षेत्र में हो इसके विपरीत भाजपा किसी को भी अपना उम्मीदवार बना देगी तो वो आसानी से चुनाव जीत जाएगा
सचिन पॉयलट के आगमन पर कल कांग्रेसियों ने जो जोश और उत्साह दिखाया है उतना ही विधानसभा चुनाव के समय दिखाया होता तो कम से कम रायगढ़ सीट पर इतनी बुरी हार नही होती ।