रायगढ़। लोकसभा चुनाव को लेकर रायगढ़ में हलचल शुरू हो चुकी है और विभिन्न पार्टियों से उम्मीदवार बनने के लिए टिकट की मांग को लेकर दौड़ धूप भी शुरू हो गई है ।भाजपा रायशुमारी करके अपनी मुख्य प्रतिद्वन्दी कांग्रेस से इस मामले में एक कदम आगे चल रही है तो कांग्रेस में भी रायगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट किसे दी जाए इसे लेकर सुबुगाहट का दौर शुरू हुआ था जोकि फिलहाल छत्तीसगढ़ में चल रही राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा के कारण गति नहीं पकड़ पाया । इस बीच रायगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट के लिए सारंगढ़ राजघराने की राजकुमारी डॉ मेनका देवी सिंह का नाम टिकटार्थी के रूप में तेजी से उभरा है ।सारंगढ़ राजघराना रायगढ़ लोकसभा सीट से कॉंग्रेस की टिकट का स्वाभाविक और पारंपरिक उम्मीदवार भी है क्योंकि इस राजघराने की दो राजकुमारियां ,रजनी गन्धा देवी और पुष्पा देवी यहाँ से पूर्व में लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं ।
सारंगढ़ राजघराने का पूरे रायगढ़ संसदीय क्षेत्र पर जहां व्यापक प्रभाव होने के साथ गहरी पकड़ भी है वहीं इनके अपने सम्पर्क हैं जो आज पर्यन्त बहाल होने के कारण रायगढ़ संसदीय क्षेत्र से डॉ मेनका देवी सिंह की टिकट की उम्मीदवारी को मजबूत आधार प्रदान करते हैं ।
डॉ मेनका देवी सिंह का नाम और चेहरा पूरे संसदीय क्षेत्र में अपने सेवाभावी कार्यों के कारण जाना पहचाना चेहरा है ।एक दौर में डॉ मेनका देवी सिंह अपने पति डॉ परिवेश मिश्रा के साथ मिलकर पूरे संसदीय क्षेत में चिकित्सा के कैम्प लगाया करती थीं जिनके कारण भी उनकी एक विशिष्ट पहचान बनी थी ।
डॉ मेनका देवी सिंह का नाम रायगढ़ संसदीय क्षेत्र की राजनीति में 2014 में तब उभरा था जब कांग्रेस ने रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र से उन्हें अपना उम्मीदवार बनाते हुए उन्हें टिकट दिए जाने की घोषणा भी कर दी थी और चुनाव की तैयारियों को लेकर रायगढ़ के इतवारी बाजार में पूरे रायगढ़ संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का एक विशाल सम्मेलन हुआ था जिसमें तत्कालीन छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भूपेश बघेल भी शामिल हुए थे ।लेकिन इसके बाद कांग्रेस की राजनीति ने करवट ली और कांग्रेस ने रायगढ़ लोकसभा सीट से डॉ मेनका देवी सिंह की टिकट काटकर पत्थलगांव के रामपुकार सिंह की पुत्री आरती सिंह को अपना अधिकृत उम्मीदवार बना दिया था।